टेस्ला भारत में पहला डेडिकेटेड सेंटर हरियाणा के गुरुग्राम में करेगी प्रारंभ, जाने पूरी कहानी
एलन मस्क विश्व में अपनी पहचान कायम रखने के बाद भारत में अपनी एक और टेस्ला सेंटर स्थापित करने की योजना बना रही है। इस पोस्ट के माध्यम से आप जानेंगे कि भारत के किस शहर में यह सेंटर खुलने वाला है.
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Tesla भारत में अपनी पहली डेडीकेटेड केंद्र स्थापित करने की घोषणा की है और हरियाणा के गुरुग्राम में इसकी स्थापना करने जा रही है।
भारत टेस्ला का 50वाँ ग्लोबल कंट्री बन गई है और इसी के तहत टेस्ला अपना समर्पित केंद्र की स्थापना करेगी और यह भारत में पहली सेंटर होगी और 27 नवंबर से इसकी शुरुआत होने वाली है। इस सेंटर को शुरू करने का उद्देश्य भारत के इलेक्ट्रिक वाहन के बाजार को बढ़ावा देना और ग्राहकों को बैट्री संचालित वाहनों को अपनाने के महत्व को बढ़ावा देना है।
इससे भारत के आधारभूत संरचना को विशेष बल मिलेगा और देश में इलेक्ट्रिक से चलने वाली गाड़ियों के मरम्मत और रखरखाव सेवा पर ध्यान केंद्रित की जाएगी। टेस्ला ने भारत में EV की दो नए Y मॉडल को पेश किया है जिसकी कीमत लाखों में बताई जा रही है।
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति और EV निर्माता कंपनी के मालिक एलन मस्क भारत में अपना व्यापार शुरू कर चुके हैं। Tesla कंपनी इलेक्ट्रिक व्हीकल का निर्माण करती है और वैश्विक स्तर पर यह इलेक्ट्रिक से चलने वाली गाड़ियों के निर्माण करने वाली आज के दौर में बड़ी कंपनी बन चुकी है।
Tesla दिल्ली NCR के क्षेत्र में अपना प्रथम चरण की supercharging स्टेशन की स्थापना करेगी। टेस्ला के आने से भारत में सभी सभी इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ावे पर जोर मिल रहा है। टेस्ला कंपनी भारत के 9 प्रमुख शहरों मुंबई, बेंगलुरु, पुणे, दिल्ली एनसीआर, हैदराबाद, गुरुग्राम, नोएडा, लखनऊ में गेटवे अर्थ स्टेशन बनाएगी जो इस सुपरचार्जिंग नेटवर्क का हिस्सा होंगे। इस चार्जिंग स्टेशन के स्थापना होने से वाहन चार्जिंग की सुविधा बढ़ेगी। इससे पहले जनवरी 2022 में भारत का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन की स्थापना गुरुग्राम में की जा चुकी है।
Elon Musk का Network Project
इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण करने के अलावा Elon Musk के द्वारा इंटरनेट नेटवर्क, अंतरिक्ष मिशन और दूरसंचार उपग्रह जैसे कई प्रकार के जरूरती चीजों को पूरा करने के लिए लगातार अच्छे प्रयास किए जा रहे हैं। एलन मस्क द्वारा स्थापित कंपनी ‘SpaceX’ के द्वारा ‘स्टारलिंक’ प्रोजेक्ट के द्वारा ग्रामीण इलाजों में हाई स्पीड इंटरनेट सेवा प्रदान करने के उद्देश्य से लॉन्च की गई है और भारत सरकार ने भी सैटेलाइट इंटरनेट संबंधी सेवाओं के लिए स्टारलिंक को मंजूरी प्रदान कर दी है।
वहीं दक्षिण भारतीय राज्य महाराष्ट्र, सैटेलाइट आधारित इंटरनेट सेवाओं के लिए स्टारलिंक के साथ समझौता करने वाला पहला भारतीय राज्य बन चुका है। इसके अलावा भारत ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है, भारत का पहला निजी उपग्रह समूह ‘फायरफ्लाई’ पिक्सल और स्पेसएक्स ने मिलकर लॉन्च किया है।
अंतरिक्ष कार्यक्रम में Starlink का योगदान
स्पेसएक्स का पहला पूर्णतः नागरिक मिशन इंस्पिरेशन 4 था जो 15 सितंबर 2021 को लॉन्च किया गया था। Elon Musk ने स्पेसवॉक के लिए पोलरिस डॉन निशान भी लॉन्च किया है जिसके तहत व्यक्ति अंतरिक्ष की सैर कर सकते हैं और इसी मिशन के तहत बुच विल्मोर और भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स 9 महीने तक अंतरिक्ष में रहने के बाद क्रू - 9 कैप्सूल की सहायता से पृथ्वी पर वापस लौटी थी, और यह कैप्सूल का निर्माण स्पेसएक्स कंपनी द्वारा किया गया था। अंतरिक्ष के अध्ययन के अलावा पृथ्वी के ध्रुवों का अध्ययन करने के लिए ‘फ्रेम2 मिशन’ को भी स्पेसएक्स ने फाल्कन -9 रॉकेट की सहायता से लॉन्च किया है।
Satellite launching में SpaceX का योगदान
1 नवंबर 2022 को विश्व का सबसे शक्तिशाली रॉकेट फाल्कन हैवी को स्पेसएक्स के द्वारा ही लॉन्च किया गया था और फिर इस रॉकेट के सफल होने के बाद अनेकों उपग्रह और मिशन लॉन्च किए गए। स्पेसएक्स ने भारत के अलावा इंडोनेशिया के उपग्रह - मेराह पुतिह को 300वें फाल्कन 9 मिशन के तहत और अरब देश का दूरसंचार उपग्रह अरबसेट ‘BADR-8’ को भी स्पेसएक्स ने ही प्रक्षेपित किया है। वहीं अभी हाल ही में यूरोपीय संघ के पृथ्वी अवलोकन कार्यक्रम के तहत Spacex के Falcon 9 रॉकेट से सेंटिनल-6B उपग्रह को कालिफोर्निया (यूएस) से हाल ही में लॉन्च किया गया है।


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